पहले गिद्ध संरक्षण केंद्र की करेगी स्थापना यूपी सरकार राज्य
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उत्तर प्रदेश सरकार ने घटती गिद्ध आबादी के संरक्षण के लिए बड़ा कदम उठाते हुए महाराजगंज जिले के समीप राज्य का पहला गिद्ध संरक्षण और प्रजनन केंद्र स्थापित करने का फैसला किया हैं।
पर्यावरण मंत्री के अनुसार, देश में गिद्धों की आबादी में तेजी से गिरावट आई है, जो तीन दशकों में 40 मिलियन से घटकर 19,000 रह गई है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 2019 में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के एक बड़े विलय की घोषणा की थी। विलय की इस योजना के अनुसार, 10 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का 4 बैंकों में विलय किया जाना है। अब, भारतीय रिजर्व बैंक ने एक सर्कुलर के साथ सूचना जारी की है कि 10 PSBs का मेगा मर्जर नए वित्त वर्ष की शुरुआत से यानी 1 अप्रैल 2020 से प्रभावी होगा। हाल ही में जारी, RBI सर्कुलर के अनुसार, 10 PSB को निम्नलिखित तरीके से 4 बैंकों में मर्ज किया जाएगा (As per the recent RBI circular, 10 PSBs will be merged into 4 in the following manner): 1 अप्रैल, 2020 से, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया की सभी शाखाएं पंजाब नेशनल बैंक की शाखाओं के रूप में काम करेंगी। इसके अलावा, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के जमाकर्ताओं सहित ग्राहकों को 1 अप्रैल, 2020 से पंजाब नेशनल बैंक के ग्राहकों के रूप में माना जाएगा। 1 अप्रैल, 2020 से, आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक की सभी शाखाएँ यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया की शाखाओं के रूप में काम करेंगी। साथ ही, आ
हिमाचल प्रदेश में किन्नौर जिले के यांगपा गांव में पारंपरिक 'फगली' उत्सव मनाया गया। ये महोत्सव "बुराई पर अच्छाई की जीत" के प्रतीक के तौर पर आयोजित किया जाता है। यह त्यौहार सर्दियों के जाने और वसंत मौसम के शुरु होने को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है। इस महोत्सव में पुरुषों को अपने चेहरे पर मुखौटे लगाए पारंपरिक पोशाक पहने हुए नृत्य करते देखा जा सकता है, जबकि सैकड़ों स्थानीय लोग इस कार्यक्रम को देखने के लिए एकत्र होते है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री: जय राम ठाकुर. हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल: बंडारू दत्तात्रेय. पिन घाटी राष्ट्रीय उद्यान (Pin Valley National Park) हिमाचल प्रदेश राज्य के लाहौल और स्पीति जिले में स्थित एक खूबसूरत स्थान है.
प्रसिद्ध लेखक आनंद को 27वें एझुथचन पुरस्करम 2019 के लिए चुना गया है। यह पुरस्कार केरल साहित्य अकादमी पुरस्कार और केरल सरकार द्वारा दिया जाता है। उन्हें मलयालम भाषा और साहित्य में उनके दिए गए योगदान के लिए चुना गया। उनका असली नाम पी. साचीदानंदन है, जो अपने उपनामनाम आनंद का इस्तेमाल करते हैं। आनंद नई दिल्ली में केंद्रीय जल आयोग से नीति निदेशक के पद से सेवानिवृत्त हैं। वे केरल में त्रिशूर के इरिंगालक्कुडा के मूल निवासी हैं। उनका पहला उपन्यास अलकुट्टम था। इन्हें वायलर और यशपाल पुरस्कार भी दिया जा चुका हैं।
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